1. सामूहिक सेवा कार्य की विकासात्मक पृष्ठभूमि
2. समूह कार्य का अर्थ एवं दर्शन
3. समूह के प्रत्यय का अर्थ निरूपण, गत्यात्मकता और अनौपचारिक समूह
4. समूह निर्माण एवं उसके चरण
5. समूह की विशेषताएं और उसके प्रकार
6. सामाजिक सामूहिक सेवा कार्य के आधरभूत सिद्धांत
7. सामाजिक समूह कार्य के कौशल और माॅडल्स
8. सामाजिक सामूहिक कार्य में कार्यकर्ता की भूमिका
9. सामाजिक वैयक्तिक सेवा कार्य एवं सामूहिक सेवा कार्य
10. सामाजिक सामूहिक कार्य की विचारधाराएं
11. समूह कार्य के क्षेत्र
12. सामूहिक सेवा कार्य में कार्यक्रम नियोजन और विकास
13. नेतृत्व
14. स्वयं सहायता समूह
15. समूह निदान एवं सामूहिक प्रक्रिया
16. सामाजिक सामूहिक कार्य की विविध् अवधारणाएं
17. सामाजिक सामूहिक कार्य में मूल्यांकन और अभिलेखन
18. सामाजिक सामूहिक सेवा कार्य में समूह चिकित्सा
19. समूह संघर्ष और निराकरण
20. सामूहिक सामाजिक कार्य की मूल मान्यताएं
21. सामूहिक सेवा कार्य और सामाजिक न्याय
22. समूह कार्य के कुछ अन्य पक्ष
बालेश्वर पाण्डेय समाज कार्य संकाय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ,
वाराणसी में दो बार (1986-88 और 1996-98) संकायाध्यक्ष के पद पर; तथा 7
वर्षों तक समाज कार्य विभाग में अध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे। सम्प्रति वे
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में समाज कार्य विभाग में अतिथि प्रोफेसर के पद
पर कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त, वे अवध विश्वविद्यालय, फैजाबाद, गुजरात
विश्वविद्यालय, अहमदाबाद एवं कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरूक्षेत्र में
विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। वे कई विश्वविद्यालयों
के अध्ययन मण्डल, चयन समिति और शोध समिति के सदस्य रह चुके हैं।
तेजस्कर पाण्डेय
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित वरिष्ठ अधिकारी हैं। इन्होंने
उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न पदों पर कार्य किया है। आपने मास्टर ऑफ
साइन्स की गणित परीक्षा में गोल्ड मेडल तथा मास्टर ऑफ सोशल वर्क, मास्टर ऑफ
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एण्ड माॅस
कम्युनिकेशन, पी.जी. डिप्लोमा इन कम्प्यूटर एप्लीकेशन की उपाधी भी प्राप्त
की है।